चाहे राह अधर्म की, साथ नहीं छोड़े दोस्त, कर्ण ने निभाया ऐसी, रीत होना चाहिए चाहे राह अधर्म की, साथ नहीं छोड़े दोस्त, कर्ण ने निभाया ऐसी, रीत होना चाहिए
कभी बहन, कभी नानी, कभी दादी की डोरी से जुड़ी फिर कैसे तुम हो पराई। कभी बहन, कभी नानी, कभी दादी की डोरी से जुड़ी फिर कैसे तुम हो पराई।
पीछे क्या मुड़ना जब आगे पथ, पुनीत सा। पीछे क्या मुड़ना जब आगे पथ, पुनीत सा।
मेरे आँखों में ठहरी खमोशी को कभी समझ नहीं पाए पिया, साथ होकर भी दूर हूँ मैं ये कैसे बन गए जीवन पिया,... मेरे आँखों में ठहरी खमोशी को कभी समझ नहीं पाए पिया, साथ होकर भी दूर हूँ मैं ये क...
फूलों की होली मिलके हमजोली खेले रंगोली। फूलों की होली मिलके हमजोली खेले रंगोली।
असफल हो तो मत हो भयभीत, वक़्त की यही है सदा रीत। धन-दौलत, नौकर-चाकर से नहीं, सफल वही है जिस... असफल हो तो मत हो भयभीत, वक़्त की यही है सदा रीत। धन-दौलत, नौकर-चाकर से नही...